उत्तर प्रदेश के गन्ना उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव: योगी कैबिनेट के किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए गेम-चेंजिंग फैसले

योगी आदित्यनाथ के नेत्रत्व में उत्तर प्रदेश सरकार के हाल ही के फैसले पर चर्चा की गई है जो गन्ना उद्योग से संबंध हैं। सरकार ने घरेलु किसानों को आराम देने के लिए ये घोषना की है कि इस मौसम में गन्ना के दाम रु. 340 प्रति क्विंटल के लिए स्थिर रहेंगे। सरकार ने भी फैसला किया है कि लगभाग 84,000 किसानों के कर्ज माफ किए जाएंगे, जो कि राज्य कोष को करीब रु. 700 करोड़ रुपये लेगा।

इसके अलावा, सरकार ने भी फैसला किया है कि चीनी मिलों की गन्ना खरीदने की क्षमता 25% से बढ़ा कर 33% की जाएगी, जो कि किसानों को उनके उत्पादन को बेचने के लिए बड़े बाजार प्रदान करेगी। सरकार ने भी फैसला किया है कि किसानों को रु. 15 किलोमीटर से दूर स्थित मिलों को अपने गन्ने बेचने पर क्विंटल के रु. 10 का अनुदान प्रदान किया जाएगा।

आर्टिकल में और भी लिखा गया है कि सरकार ने नए गन्ना प्रजातियों का विकास करने के लिए रु. 10 करोड़ का बजट सुरक्षित किया है, जो कि बीमारियों और कीतों से अधिक प्रतिरोधक होंगे। सरकार ने भी फैसला किया है कि गणना उद्योग में अनुसंधान और विकास को सुविधा प्रदान करने के लिए शाहजहांपुर में एक नया गणना अनुसंधान संस्थान स्थित किया जाएगा।

सार के रूप में, योगी आदित्यनाथ के नेत्रत्व में सरकार के द्वार लिए गए फ़ैसलों का लक्ष्य गन्ना के किसानों को आराम देने और राज्य में गन्ना उद्योग की वृद्धि को बढ़ाने का है। ये पहल किसानों के आए को बढ़ाने और राज्य की अर्थ व्यवस्था को बढ़ाने में मदद साफ होगी।

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